बस प्यार ही प्यार लुटाते न कोई साज़िश होती मन में बस प्यार ही प्यार लुटाते न कोई साज़िश होती मन में
मैं आसमान की तरह विशाल सा नही। पर मुट्ठी भर उम्मीद सा हूँ मैं ।। मैं इत्र के समान सुन्धित ... मैं आसमान की तरह विशाल सा नही। पर मुट्ठी भर उम्मीद सा हूँ मैं ।। मैं इ...
दोपहरी लग जाती थी ताश मंडली अपने काम बिन पंखे बिन ए.सी के गर्मी का होता था काम तमाम दोपहरी लग जाती थी ताश मंडली अपने काम बिन पंखे बिन ए.सी के गर्मी का होता था क...
विरही राधा-कृष्ण की मूर्तियों में, आज भी आस्था का वास है। विरही राधा-कृष्ण की मूर्तियों में, आज भी आस्था का वास है।
है दूर किनारा जीवन का अभी जाने कितनी दफ़ा मैं भटकी हूँ, पीड़ा का आभूषण कर धारण , गिरती और कभी सँभलती ह... है दूर किनारा जीवन का अभी जाने कितनी दफ़ा मैं भटकी हूँ, पीड़ा का आभूषण कर धारण , ग...
एक मुस्कान, कितना निश्छल, कितना पावन , एक मुस्कान, कितना निश्छल, कितना पावन ,