कितनी खुश महसूस करेंगे कितनी खुश महसूस करेंगे
प्यालियों का ढेर लगाते है फिर भी हमे फ़ुरसत नहीं है नाश्ता खाने की प्यालियों का ढेर लगाते है फिर भी हमे फ़ुरसत नहीं है नाश्ता खाने की
अजब तमाशा, दिखता कैसा ? घर मे ज्यों उत्सव सा होता। अजब तमाशा, दिखता कैसा ? घर मे ज्यों उत्सव सा होता।
मां की गोदी में सर रखकर,आराम से मुझको सोना है,मुझे फिर से छोटी बनना है। मां की गोदी में सर रखकर,आराम से मुझको सोना है,मुझे फिर से छोटी बनना है।
इतवार के अखबार के साथ चाय सर्व करना इतवार और इतवार के दिन बच्चों के नखरे इतवार के अखबार के साथ चाय सर्व करना इतवार और इतवार के दिन बच्चों के नखरे
सिलवटों से भरी चादर पे निढाल सी तू पडी है आंखों में तेरी बुखार में तपने का अपराधबोध साफ़ नजर आता है ... सिलवटों से भरी चादर पे निढाल सी तू पडी है आंखों में तेरी बुखार में तपने का अपराध...