देव भाषा के सम्मुख तुमने गूंगी भाषा को महान बना डाला देव भाषा के सम्मुख तुमने गूंगी भाषा को महान बना डाला
बनती रही, छुपती रही, मेरी झिझकती आवाज़ बनती रही, छुपती रही, मेरी झिझकती आवाज़
जागते रहना है नेताओं खतरा चारों ओर यहाँ नहीं चलेगा अब केवल जय जयकारों से! जागते रहना है नेताओं खतरा चारों ओर यहाँ नहीं चलेगा अब केवल जय जयकारों से!
क्योंकि गांधी छप गए नोटों पर और नोटों के बल पर वोटों पर क्योंकि गांधी छप गए नोटों पर और नोटों के बल पर वोटों पर
राम मिलेंगे हर मर्यादित भाषा में, पूज्य प्रमाणित पौराणिक परिभाषा में, राम मिलेंगे हर मर्यादित भाषा में, पूज्य प्रमाणित पौराणिक परिभाषा में,
जड़े जो दूर दूर तक फैली थी कभी अब सिकुड़ कर ढेर सी हो गई है जड़े जो दूर दूर तक फैली थी कभी अब सिकुड़ कर ढेर सी हो गई है