दी है चाहे कीमत कितनी इसकी हरदम। जीने का जो स्वाद चखा, अश्क़ो से हमने, अब तो सीखें, किसको बांटे दु:ख-... दी है चाहे कीमत कितनी इसकी हरदम। जीने का जो स्वाद चखा, अश्क़ो से हमने, अब तो सीखे...
झूठी मर्दानगी का जंग लगा हुआ है, वो लोग ही औरतों की, सोच को गलत ठहराते हैं। झूठी मर्दानगी का जंग लगा हुआ है, वो लोग ही औरतों की, सोच को गलत ठहराते हैं...
नज़रें मिला लेना और एक दफा आसान न होगा माना, मगर फिर भी ... नज़रें मिला लेना और एक दफा आसान न होगा माना, मगर फिर भी ...
कुछ तुम कहो कुछ हम कहें ग़म की कहानी बना लें। कुछ तुम कहो कुछ हम कहें ग़म की कहानी बना लें।
आखिरी बार माफ़ कर दो कहकर फिर से दोहराते हैं गलतियों की बारिश आखिरी बार माफ़ कर दो कहकर फिर से दोहराते हैं गलतियों की बारिश