अगर दास्तान-ए-मोहब्बत में तुझसे इख़्तिलाफ़ होना लिखा है... अगर दास्तान-ए-मोहब्बत में तुझसे इख़्तिलाफ़ होना लिखा है...
कभी माहताब पर लहराते थे, जो इश्क़-ए–परचम, आज टूटे तारे के दीदार की भी, उम्मीद तक ना बची... कभी माहताब पर लहराते थे, जो इश्क़-ए–परचम, आज टूटे तारे के दीदार की भी, उम्मीद...
ये वो दीपक है,हर किसी दिल मे जलता नहीं है। ये वो दीपक है,हर किसी दिल मे जलता नहीं है।
सब तरफ ख़ामोशी का आलम, दास्तान क्या बयान करूँ? लबों के संग दिल भी ख़ामोश है, दास्तान क्या बयान करूँ... सब तरफ ख़ामोशी का आलम, दास्तान क्या बयान करूँ? लबों के संग दिल भी ख़ामोश है, दा...
इतना भी ना स्वाद ले सारे मसाले भर मुठ्ठी में हम पर ही उड़ेल दे। आंखो में मिर्च की ज इतना भी ना स्वाद ले सारे मसाले भर मुठ्ठी में हम पर ही उड़ेल दे। आंखो मे...
दिल जरा बेचैन हुआ यह थी मोहब्बत मेरी दिल जरा बेचैन हुआ यह थी मोहब्बत मेरी