Author , Painter, Motivator
अपने प्यार की उमंग को आज भी वैसा ही बनाए रखा है बिना किसी बंधन के। अपने प्यार की उमंग को आज भी वैसा ही बनाए रखा है बिना किसी बंधन के।
अपने बालों को ठीक करते हुए दुर्गेश्वरी की चूड़ियों की खनक निलोय को दीवाना बनाए देती थी। अपने बालों को ठीक करते हुए दुर्गेश्वरी की चूड़ियों की खनक निलोय को दीवाना बनाए द...
पेढियां उतरते उतरते अचानक गंगा माई का पैर फिसल गया और गंगा माई गंगा में ही लीन हो गई। पेढियां उतरते उतरते अचानक गंगा माई का पैर फिसल गया और गंगा माई गंगा में ही लीन ह...
हम सब अपनी-अपनी गृहस्थी बसाने में व्यस्त हो गए बचपन कहीं पीछे छुट गया और पीछे छुट गए बू हम सब अपनी-अपनी गृहस्थी बसाने में व्यस्त हो गए बचपन कहीं पीछे छुट गया और पीछे छु...
प्रतीत होता था , जैसे इस दुनिया में उन दोनों के सिवा कुछ बाकी ही न रहा हो। प्रतीत होता था , जैसे इस दुनिया में उन दोनों के सिवा कुछ बाकी ही न रहा हो।
आखिर चौदह तारीख़ आ गयी आखिर चौदह तारीख़ आ गयी
थोड़ा रुक कर उनकी आँखों मे झांकती हुई बोली, “क्या आप मेरे दोस्त बनोगे ?”, थोड़ा रुक कर उनकी आँखों मे झांकती हुई बोली, “क्या आप मेरे दोस्त बनोगे ?”,
तुम्हारा अस्तित्व खत्म नही होगा बल्कि तुम एक बड़ी लहर में परिवर्तित हो जाओगी ! तुम्हारा अस्तित्व खत्म नही होगा बल्कि तुम एक बड़ी लहर में परिवर्तित हो जाओगी !