अगर बन भी जाऊं अमीर अपना जमीर नहीं बेचुगां। अगर बन भी जाऊं अमीर अपना जमीर नहीं बेचुगां।
दुनिया छोटी, रुपए गोल बड़े हैं अनजानों में अपने सारे गौण खड़े हैं। दुनिया छोटी, रुपए गोल बड़े हैं अनजानों में अपने सारे गौण खड़े हैं।
अनेकता में एकता का प्रतीक हमारी भारतीय सेना है वो ........!! अनेकता में एकता का प्रतीक हमारी भारतीय सेना है वो ........!!
इंतज़ार देकर गया था, वो नाम-ए-मोहब्बत में रब से दुआ है मेरी कभी ना हम फिर मिले, संभाल लिया है मैं... इंतज़ार देकर गया था, वो नाम-ए-मोहब्बत में रब से दुआ है मेरी कभी ना हम फिर मिले, ...