जिन्दगी एक पुस्तक ही पढते रहिए गुण अवगुण को परख के चलते रहिए! जिन्दगी एक पुस्तक ही पढते रहिए गुण अवगुण को परख के चलते रहिए!
हमेशा मेरे साथ ही ऐसा क्यूँ होता है जमाना हंसता है और मेरा दिल रोता है।। हमेशा मेरे साथ ही ऐसा क्यूँ होता है जमाना हंसता है और मेरा दिल रोता है।।
कुछ लम्हे आज भी याद आते हैं जिन्हें हम शब्दों में बयां नहीं कर पाते । कुछ लम्हे आज भी याद आते हैं जिन्हें हम शब्दों में बयां नहीं कर पाते ।
ए जिंदगी तेरी हर सवाल के दो दो जवाब लिए बैठा हूं। ए जिंदगी तेरी हर सवाल के दो दो जवाब लिए बैठा हूं।
निभाने के लिए कोई वादा तुमने किया ही कब था?! निभाने के लिए कोई वादा तुमने किया ही कब था?!
डूबने का भय कभी है तो कभी है नाव भी है कभी ढलती पहाड़ी और है चढ़ाव भी। डूबने का भय कभी है तो कभी है नाव भी है कभी ढलती पहाड़ी और है चढ़ाव भी।