जिन्दगी एक पुस्तक ही पढते रहिए गुण अवगुण को परख के चलते रहिए! जिन्दगी एक पुस्तक ही पढते रहिए गुण अवगुण को परख के चलते रहिए!
हमेशा मेरे साथ ही ऐसा क्यूँ होता है जमाना हंसता है और मेरा दिल रोता है।। हमेशा मेरे साथ ही ऐसा क्यूँ होता है जमाना हंसता है और मेरा दिल रोता है।।
कुछ लम्हे आज भी याद आते हैं जिन्हें हम शब्दों में बयां नहीं कर पाते । कुछ लम्हे आज भी याद आते हैं जिन्हें हम शब्दों में बयां नहीं कर पाते ।
निभाने के लिए कोई वादा तुमने किया ही कब था?! निभाने के लिए कोई वादा तुमने किया ही कब था?!
अपने पराए ,पराए अपने बदलते वक्त की नई तारीख सफर जिंदगी।। अपने पराए ,पराए अपने बदलते वक्त की नई तारीख सफर जिंदगी।।
खयालों में न सही खयालों में न सही