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शैलेन्द्र गौड़ कवि

Others

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शैलेन्द्र गौड़ कवि

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जिंदगी एक पुस्तक

जिंदगी एक पुस्तक

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जिन्दगी एक पुस्तक ही पढते रहिए

गुण अवगुण को परख के चलते रहिए


जिन्दगी के उतार चढ़ाव को समझना

कुछ बातें खुलके सबसे हंसके कहना

जिन्दगी सिखाती है चलने का तरीका

कभी सुख में कभी दुख में सबने सीखा


पढ़ोगे जिंदगी को जितना 

ये उतना सिखाऐगी

जीवन के हर सच से अवगत कराऐगी

एक दूसरे की जिन्दगी देख कितने कामयाब हुए

सफलता की बुलंदी के हीरे नायाब हुए!



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