संभल के रहो तुम जिंदगी है तुम्हारी है ,जिंदा रहे तो दोबारा मिलेंगे । संभल के रहो तुम जिंदगी है तुम्हारी है ,जिंदा रहे तो दोबारा मिलेंगे ।
घर की गलियां, वो चौबारा छोड़; बस निकल आएं हैं कहीं दूर, चलते - चलते। घर की गलियां, वो चौबारा छोड़; बस निकल आएं हैं कहीं दूर, चलते - चलते।
ख्वाबों का एक मोहल्ला है सब गलीयां नुक्कड़ घर द्वारे सब आंगन, सीढ़ी, चौबारे, कितनी यादों को समेटे... ख्वाबों का एक मोहल्ला है सब गलीयां नुक्कड़ घर द्वारे सब आंगन, सीढ़ी, चौबारे, ...
बारिश की हर इक बूंद मे मेरी प्यास मे हर आस मे मेरे हर इक अहसास मे बसंत मे बहार मे, पतझड़ी संसार म... बारिश की हर इक बूंद मे मेरी प्यास मे हर आस मे मेरे हर इक अहसास मे बसंत मे बहा...
किराये के मकानों के बाद, अपने घर का, अपनेपन का, एहसास याद आता है। बचपन का वो, घर........ याद आत... किराये के मकानों के बाद, अपने घर का, अपनेपन का, एहसास याद आता है। बचपन का वो...
घर की औरतें नाल के साथ गाड़ देती थी थोड़ी खुशियाँ और सुकून। घर की औरतें नाल के साथ गाड़ देती थी थोड़ी खुशियाँ और सुकून।