हर शाम छोड़ जाती हैं भावरूपी प्रेमपत्र और इस तरह , मेरी आँखों में जीवन्त हो उठता है मेरा पहला प्रेम .... हर शाम छोड़ जाती हैं भावरूपी प्रेमपत्र और इस तरह , मेरी आँखों में जीवन्त हो उठता ...
रातभर मैं तुझे याद करता रहा बस तेरे नाम के कलमा पढ़ता रहा! रातभर मैं तुझे याद करता रहा बस तेरे नाम के कलमा पढ़ता रहा!
ले चुम्बन मिलन की रश्म की पूरी खो होश बावरी गोरी चली हैै। ले चुम्बन मिलन की रश्म की पूरी खो होश बावरी गोरी चली हैै।
वो सतरंगी पल कभी बदरंग नहीं हुए, तू किस तरह मुझे खुद में समा लेती थी। वो सतरंगी पल कभी बदरंग नहीं हुए, तू किस तरह मुझे खुद में समा लेती थी।
होली के शुभ अवसर पर किस्मत चमके गुलाल के। होली के शुभ अवसर पर किस्मत चमके गुलाल के।
वो चुम्बन दृस्टि का दृस्टि से और आत्म का आत्म से हो आध्यात्मिक होगा । वो चुम्बन दृस्टि का दृस्टि से और आत्म का आत्म से हो आध्यात्मिक होगा ।