होली के शुभ अवसर
होली के शुभ अवसर
होली के शुभ अवसर पर
किस्मत चमके गुलाल के
होली में मृदु चुम्बन ले डाले
हर गोरी के सुंदर गाल के।
आज रंगाया तन मन पट
और धरती भी प्यारी
आज न कोई बात पे झगड़े
केवल बस हो बात न्यारी
आज गंगा जल भी रंग गया
और बच्चों की अमृतबाणी
आज एक ही स्वर गूंज रहा
जिसमे रंग भरा हो हिन्दुस्तानी
होली एक उपहार मानिए
ऋतुराज के ससुराल के
होली में मृदु चुम्बन ले डाले
हर गोरी के सुंदर गाल के।
आज स्वर्ग से देवराज भी
रंग बरसाया है इतना
देश के प्रति श्रद्धा मन में
और प्यार तिरंगे से जितना
इसी रंग को मन में उतारे
फांसी चढ़ कोई बोला
देश रक्षा पे मर मिटने को
रंगा बसंती फिर से चोला
मातृभूमि के आंचल रंग डाले
अपनी लहू दे तरवार के
होली में मृदु चुम्बन ले डाले
हर गोरी के सुंदर गाल के।
राम मिले सीता से ज्यों ही
रंग उड़ती आलियों में
समय स्वयं ही ठहर गया तब
अवध वाली गलियों में
अनुभूति की सीमाएं टूटी
आंखों को नया आश मिला
गोरे को श्यामल तन से
एक मादक विश्वास मिला
हर सजनी साजन से लिपटे
ये पर्व भी है कमाल के
होली में मृदु चुम्बन ले डाले
हर गोरी के सुंदर गाल के।