कैसा है तेरा प्यार ? समझ न सका ओ मेरे यार। कैसा है तेरा प्यार ? समझ न सका ओ मेरे यार।
गांव की गलियों में नित घूमता मन, दम घोंटू शहरी जिंदगी से अब हुई अनबन। गांव की गलियों में नित घूमता मन, दम घोंटू शहरी जिंदगी से अब हुई अनबन।
संभल के रहो तुम जिंदगी है तुम्हारी है ,जिंदा रहे तो दोबारा मिलेंगे । संभल के रहो तुम जिंदगी है तुम्हारी है ,जिंदा रहे तो दोबारा मिलेंगे ।
जब याद आते हैं वो दिन बो बचपन कितना प्यारा था l जब याद आते हैं वो दिन बो बचपन कितना प्यारा था l
हर गली हर मोड़ कह रही अपनी ही जुबानी है। कभी गलियां बनारस की शान हुआ करती थी. हर गली हर मोड़ कह रही अपनी ही जुबानी है। कभी गलियां बनारस की शान हुआ करती थी.
वहां के हवा पानी में खिलने से पहले कुंभल जाती हैं मेरे अरमानों की कलियां। वहां के हवा पानी में खिलने से पहले कुंभल जाती हैं मेरे अरमानों की कलियां।