फूलों पर जैसे आशिकाना अंदाज़ है। आभास दे रहे यहाँ मधु बेसुमार है फूलों पर जैसे आशिकाना अंदाज़ है। आभास दे रहे यहाँ मधु बेसुमार है
वहां के हवा पानी में खिलने से पहले कुंभल जाती हैं मेरे अरमानों की कलियां। वहां के हवा पानी में खिलने से पहले कुंभल जाती हैं मेरे अरमानों की कलियां।
चलो चले हम भी उड़कर, बादलों के पार, करने जीवन से अभिसार। चलो चले हम भी उड़कर, बादलों के पार, करने जीवन से अभिसार।