बचपन कितना प्यारा था
बचपन कितना प्यारा था
जब छोटे थे,
तो बड़े होने की चाहत थी,
अब बड़े हो गए तो समझा,
बो बचपन कितना प्यारा था l
ना कोई टेंशन ना कोई चिंता
बस स्कूल ही जाना था
यारों के थे हम यार
दुश्मनी का ना जमाना था
अब याद आते हैं बो दिन
बो बचपन कितना प्यारा था l
ना लोगों की चिंता थी
ना डर था किसी का
हर जगह अपने दिखते थे
हर गली अपना घर था
आँखों में आंसू आ जाते हैं,
बचपन फिर घूम जाता है
जब याद आते हैं वो दिन
बो बचपन कितना प्यारा था l