कहाँ अलहदा है हम एक ही तो है। कहाँ अलहदा है हम एक ही तो है।
उस की खूबी ओ को देखो कमी ओ की तरफ क्यूँ देखते हो ? उस की खूबी ओ को देखो कमी ओ की तरफ क्यूँ देखते हो ?
पर हम उनमें से हैं जो तुम्हारी हर खामी को भी खूबी कहते हैं, पर हम उनमें से हैं जो तुम्हारी हर खामी को भी खूबी कहते हैं,
साथ छोड़ना चाहो तो कमिया बहुत है मुझमे पर साथ निभाना चाहो तो खूबियां भी कम नहीं। साथ छोड़ना चाहो तो कमिया बहुत है मुझमे पर साथ निभाना चाहो तो खूबियां भी कम नही...