वहाँ अंत में गहरी खाई है। वहाँ अंत में गहरी खाई है।
मिलकर रहने से बढ़ती है खुशी खत्म होती है, तनहाई मिलकर रहने से बढ़ती है खुशी खत्म होती है, तनहाई
ये कैसी आज़ादी है ! जहाँ सत्तर साल बाद भी गावों में हमारे, नहीं पहुँच पाया बिजली और पानी है ? ये कैसी आज़ादी है ! जहाँ सत्तर साल बाद भी गावों में हमारे, नहीं पहुँच पाया...
माना हमने, देश बड़ा है, और हजारों मसले हैं। माना हमने, देश बड़ा है, और हजारों मसले हैं।
पहले मानव समझदार थे जल के प्रति वफादार थे! पहले मानव समझदार थे जल के प्रति वफादार थे!
मन में है विश्वास, वो सुबह कभी तो आयेगी, मन में है विश्वास, वो सुबह कभी तो आयेगी,