ये कैसी आज़ादी ?
ये कैसी आज़ादी ?


ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ सरकारी दफ्तरों में
कार्यवाही से ज्यादा घूसखोरी है ? ||१||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ हमारे वीरों का सर काटने वालों से ही
गले मिल-मिल हम कहते, अरे! ये तो अपना ही भाई है ? ||२||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ इंसाफ मिलने में अदालत से
गरीबों की लूट जाती जीवन भर कि कमाई है ? ||३||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ शाम को, अपने ही गांव की सड़कों पर चलने से
हमारे बेटियों को मनाही है ? ||४||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ टोल नाके पर नेता की गाड़ी रोकने से
गरीब कर्मचारी की होती पिटाई है ? ||५||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ किसी जगह मंदिर बनेगा या मस्जिद
इस बात पर चल रही दशकों से लड़ाई है ? ||६|||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ मंदिर, मस्जिद और गिरजा में भी
जुर्म कर, बेख़ौफ़ घूमते बलात्कारी है ? ||७||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ सत्तर साल बाद भी
गावों में हमारे, नहीं पहुँच पाया बिजली और पानी है ? ||८||
ये कैसी आज़ादी है !
जहाँ, हमने चाँद पर तो तिरंगा लहरा दिया
पर भर नहीं पा रहे, केसरियां और हरे के बीच कि खाई है ? ||९||