कभी आती कभी जाती हैं, न कोई बात अब तू मुझे बताती है। कभी आती कभी जाती हैं, न कोई बात अब तू मुझे बताती है।
छोटे से कागज के टुकड़े पर, बात मैं दिल की लिखता था। छोटे से कागज के टुकड़े पर, बात मैं दिल की लिखता था।
यह कविता ख़त की कहानी है । यह कविता ख़त की कहानी है ।
शिकायतें बहुत होंगी हम से जितनी भी हो लिख कर भिजवा दो। शिकायतें बहुत होंगी हम से जितनी भी हो लिख कर भिजवा दो।
ख़ुदा करे कि तुम्हें हर ख़ुशी मुकम्मल हो ख़ुदा करे कि तुम्हें हर ख़ुशी मुकम्मल हो
कुछ ख़त हैं, कुछ यादें हैं, और तुम्हारी बातें हैं । कुछ ख़त हैं, कुछ यादें हैं, और तुम्हारी बातें हैं ।