मैंने अपने हर लम्हें उसमें, तस्वीर बनाके सजाये हैं। मैंने अपने हर लम्हें उसमें, तस्वीर बनाके सजाये हैं।
डूबी नाव का मलबा मल्लाह की मसीहाई करती है। डूबने से पहले तक डूबने के बाद भी। डूबी नाव का मलबा मल्लाह की मसीहाई करती है। डूबने से पहले तक डूबने के बाद भी...
कील आदमी के विकास के लिए है न कि विनाश के लिए। कील आदमी के विकास के लिए है न कि विनाश के लिए।
नया-पुराना कपड़ा टांग कर चला जाता है नया-पुराना कपड़ा टांग कर चला जाता है
आ जाओ अब, कि दीवार पे कील से सूनापन टँगा है। आ जाओ अब, कि दीवार पे कील से सूनापन टँगा है।
आज की तारिक ने कैलेंडर ही बदल दिया उस दीवार पर लगी कील से ! आज की तारिक ने कैलेंडर ही बदल दिया उस दीवार पर लगी कील से !