ना दो मगर कोई बिन मांगी सलाह उधार। ना दो मगर कोई बिन मांगी सलाह उधार।
दूजे को गड्ढे में डालो यह सब अब रहने दो जी। दूजे को गड्ढे में डालो यह सब अब रहने दो जी।
फिर बड़े शौक से, विकलांगों का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष मन फिर बड़े शौक से, विकलांगों का अंतर्राष्ट्री...
नया-पुराना कपड़ा टांग कर चला जाता है नया-पुराना कपड़ा टांग कर चला जाता है
गुड्डे गुड़ियों की थी वह दुनिया बचपन था खुशियों की पुड़िया। गुड्डे गुड़ियों की थी वह दुनिया बचपन था खुशियों की पुड़िया।