करनी फल मिलता सखे, जल्दी या कुछ देर। निंदा, ईर्ष्या त्याग कर, राम सुमिरनी फेर। करनी फल मिलता सखे, जल्दी या कुछ देर। निंदा, ईर्ष्या त्याग कर, राम सुमिरनी फे...
निकल पड़ी है रथगाडी अब,जय कारा सभी लगाओ। आएंगे जगन्नाथ प्रभु जी,घर घर दीप जलाओ।। निकल पड़ी है रथगाडी अब,जय कारा सभी लगाओ। आएंगे जगन्नाथ प्रभु जी,घर घर दीप जलाओ...
घर गृहस्थी की डोर पांडुरंग चरणी अर्पण, अभंग- कीर्तन से उच्चकोटी उपदेश बहुजन घर गृहस्थी की डोर पांडुरंग चरणी अर्पण, अभंग- कीर्तन से उच्चकोटी उपदेश बहुजन
छोड़ सुहानी साड़ी बहनें, गाउन पहन रही। छोड़ सुहानी साड़ी बहनें, गाउन पहन रही।
सुर ताल से चल रही भजन, हरि बोल से गूंज रहा गगन ! सुर ताल से चल रही भजन, हरि बोल से गूंज रहा गगन !
कीर्तन प्रभु का करें हृदय से, जन जन भक्तिमय हो। कीर्तन प्रभु का करें हृदय से, जन जन भक्तिमय हो।