सबल श्रमिक हम वसुंधरा के, जगमग हिंदुस्तां,जब तलक हम हैं ।। सबल श्रमिक हम वसुंधरा के, जगमग हिंदुस्तां,जब तलक हम हैं ।।
इसीलिए तू चश्मा है लगाती, इसीलिए तू चश्मा है लगाती,
उसको नही पता बच्चों के किसी क्रेच के बारे में उसको नही पता बच्चों के किसी क्रेच के बारे में
किया हित कामगार का,लिखी बात सब ठोस बारह घंटे काम के , खूब जताया रोष। किया हित कामगार का,लिखी बात सब ठोस बारह घंटे काम के , खूब जताया रोष।
मेरे दिल के करीब है ये कविता। मेरे दिल के करीब है ये कविता।