काश दीयों की ही तरह, इंसान का दिल भी उन मेहनतकश हाथों के लिए तड़पता, काश दीयों की ही तरह, इंसान का दिल भी उन मेहनतकश हाथों के लिए तड़पता,
जिल्लत सह, जेबें भरने की तैयारी ने। जिल्लत सह, जेबें भरने की तैयारी ने।
सब दिन होत न एक समान उतार चढ़ाव चलते रहते ! सब दिन होत न एक समान उतार चढ़ाव चलते रहते !
जिसे देख कुदरत भी शर्माए , वैसी मनोहर प्रकृति हो तुम। जिसे देख कुदरत भी शर्माए , वैसी मनोहर प्रकृति हो तुम।
अतुल्य भारत, अद्भुत शिल्प , बेजोड़ कला,अजब शिल्पी! अतुल्य भारत, अद्भुत शिल्प , बेजोड़ कला,अजब शिल्पी!
तेरे मन से मेरे मन का रिश्ता मुझको लुभाता हैं तेरे मन से मेरे मन का रिश्ता मुझको लुभाता हैं