साफ़गोई कड़वी जरूर होती होगी, अहं पे चोट कोई बड़ी लगी होगी। साफ़गोई कड़वी जरूर होती होगी, अहं पे चोट कोई बड़ी लगी होगी।
तेरे मन से मेरे मन का रिश्ता मुझको लुभाता हैं तेरे मन से मेरे मन का रिश्ता मुझको लुभाता हैं