सबको साथ लेकर चली आज भी साथ हूँ, बस मुस्कुरा दो यहीं आसपास हूँ। सबको साथ लेकर चली आज भी साथ हूँ, बस मुस्कुरा दो यहीं आसपास हूँ।
अब मैं अकेला हो गया। अपनों ने मुझे छोड़ दिया। अब मुझे समझ में आया। मैंने यह सब करके अपना जी... अब मैं अकेला हो गया। अपनों ने मुझे छोड़ दिया। अब मुझे समझ में आया। मैंन...
जो देश अपना बांटती वो रस्म आज छोड़ दो, जो देश अपना बांटती वो रस्म आज छोड़ दो,
एक पवित्र आग में माँ ही जलती है I जिसकी ममता जीवन भर चलती है एक पवित्र आग में माँ ही जलती है I जिसकी ममता जीवन भर चलती है
बेचैनियाें में जब कभी अरमान हों बिखरे गुलाब और ब्यूटी प्रोडक्ट से रूप जब निखरे तुम भी जिसमें फस चु... बेचैनियाें में जब कभी अरमान हों बिखरे गुलाब और ब्यूटी प्रोडक्ट से रूप जब निखरे ...
होवें न अँखियाँ धूसर मोरी, थकूँ जो मैं पंथ तेरा निहार। होवें न अँखियाँ धूसर मोरी, थकूँ जो मैं पंथ तेरा निहार।