जब जब तुम कुप्रथाओं का स्वागत करोगे, मैं उन्हें प्रणाम कर विदा करुँगी जब जब तुम कुप्रथाओं का स्वागत करोगे, मैं उन्हें प्रणाम कर विदा करुँगी
प्रतिक्षण टूट टूटकर पाषाण बन चुकी है प्रतिक्षण टूट टूटकर पाषाण बन चुकी है
नित नये उमंगों से भरा जीवन का सफ़र जारी है ! नित नये उमंगों से भरा जीवन का सफ़र जारी है !
और मैं डूबती ही जाती हूँ इस नीरवता में जैसे तूफान में फंसी एक कागज की नाव और मैं डूबती ही जाती हूँ इस नीरवता में जैसे तूफान में फंसी एक कागज की न...
पग के छाले जिसे हँसाए आँसू जिसके मित्र बने। पग के छाले जिसे हँसाए आँसू जिसके मित्र बने।
एक दूजे बिन सदा अधूरे, तुम दीया और मैं हूं बाती।। एक दूजे बिन सदा अधूरे, तुम दीया और मैं हूं बाती।।