होती है ये धरोहर अनमोल और खूबसूरत जो रिश्तों की नई लिखती है इबारत। होती है ये धरोहर अनमोल और खूबसूरत जो रिश्तों की नई लिखती है इबारत।
मेरे बचपन से गुजरता है मेरे बचपन से गुजरता है
इक तुम ही तो थे सारे सफर का हमसफ़र ! इक तुम ही तो थे सारे सफर का हमसफ़र !
जीवन में संघर्ष न होता, तो ये जीवन कैसा होता।। जीवन में संघर्ष न होता, तो ये जीवन कैसा होता।।
मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओर !! पूर् मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओ...
जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें। जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें।