ये मत सोचना, बेचारे हो तुम सच कहूं, गुनाहगार हो, हत्यारे हो तुम। ये मत सोचना, बेचारे हो तुम सच कहूं, गुनाहगार हो, हत्यारे हो तुम।
भूख बड़ी तेज़ लगी है नानी माँ की देसी रेसेपी बनाने की पराए देश में अपनों के साथ बैठ के, दा... भूख बड़ी तेज़ लगी है नानी माँ की देसी रेसेपी बनाने की पराए देश में अपनों क...
अपनी इंसानियत का चोला उतार कर हैवानियत का जामा पहन अपनी इंसानियत का चोला उतार कर हैवानियत का जामा पहन
मैं देख रही हूँ सुनहरे रंग, तुम्हारे सपनो के लिए मैं देख रही हूँ सुनहरे रंग, तुम्हारे सपनो के लिए
सिफारिशों , और पहचानों का, मैं कहाँ हक़दार हूँ सिफारिशों , और पहचानों का, मैं कहाँ हक़दार हूँ
नारी हूँ नारी का अभिमान लिखना चाहती हूँ, शब्द नहीं हकीकत लिखना चाहती हूँ।।। नारी हूँ नारी का अभिमान लिखना चाहती हूँ, शब्द नहीं हकीकत लिखना चाहती हूँ।।।