This piece is a fiction and my attempt to make people understand victim’s plight and show some resp... This piece is a fiction and my attempt to make people understand victim’s plight...
अपनी इंसानियत का चोला उतार कर हैवानियत का जामा पहन अपनी इंसानियत का चोला उतार कर हैवानियत का जामा पहन
सुन्दर मन विलुप्त हो जाता है सुन्दर तन के आगे मन से सुंदर बनना चाहती है सुन्दर औरत सुन्दर मन विलुप्त हो जाता है सुन्दर तन के आगे मन से सुंदर बनना चाहती है सुन्दर औ...
म सब वहशी जानवरों से भी बदतर हो गए वहशी जानवर कौन है......? म सब वहशी जानवरों से भी बदतर हो गए वहशी जानवर कौन है......?
बाबा जिस बेटी की आंखों में तूने कभी आंसू न दिए थे, आज वही बेटी रो - रो ज़ोर - ज़ोर से चिख़ - चिल्ला... बाबा जिस बेटी की आंखों में तूने कभी आंसू न दिए थे, आज वही बेटी रो - रो ज़ोर - ज...
एक जलता जल वह वहशी, उस पर फेंक गया। एक जलता जल वह वहशी, उस पर फेंक गया।