उस पर भी हँसकर मेरे दिल के अरमानों को "आतंकी" सा कुचला है मैनें... उस पर भी हँसकर मेरे दिल के अरमानों को "आतंकी" सा कुचला है मैनें...
अजनबी सी डगर, अजनबी सा शहर अजनबी थे चेहरे सारे, अजनबी थे हम। अजनबी सी डगर, अजनबी सा शहर अजनबी थे चेहरे सारे, अजनबी थे हम।
कुछ रोज मिलने तो आओ सनम, हकीकत न सही ख्वाबों में सनम। कुछ रोज मिलने तो आओ सनम, हकीकत न सही ख्वाबों में सनम।
वक्त आज तुम्हारा है कल जानें किसका होगा कौन। वक्त आज तुम्हारा है कल जानें किसका होगा कौन।
मेरी जिंदगी संघर्ष है, संघर्ष से उत्कर्ष है। मेरी जिंदगी संघर्ष है, संघर्ष से उत्कर्ष है।
प्रेम कभी बंधनों से तय नहीं होता! प्रेम कभी बंधनों से तय नहीं होता!