वृक्षारोपण
वृक्षारोपण
धरती को स्वर्ग बनाएं
आओ मिलकर वृक्ष लगाएं।
धरती को हम स्वर्ग बनाएं।।
भीषण गर्मी जब हो यारों
देता सबको शीतल छाया,
मिले बयार ठंडी सबको
जो भी नीचे उसके आया।
आज सभी को संकल्प दिलाएं।
आओ मिलकर वृक्ष लगाएं ।।
वृक्ष जहां भी होंगे यारों
आएगी यह बरखा रानी,
नदी, सरोवर, निर्झर, नाले
मिले सभी को भरपूर पानी।
कोयल भी नव गीत सुनाए।
आओ मिलकर वृक्ष लगाएं।।
वृक्षों की है महिमा न्यारी
सुनो बात ये आज हमारी,
ये देता मीठे - फल रसीले
खाए दुनिया जिसको सारी
गांव -गांव ये अभियान चलाएं।
आओ मिलकर वृक्ष लगाएं ।।
धरती पर नहीं वृक्ष रहेंगे
नहीं रहेगा अस्तित्व हमारा,
समझाओ ये आज सभी को
खेल निराला वृक्षों का सारा।
"वन महोत्सव"आज मनाएं।
आओ मिलकर वृक्ष लगाएं ।।