तलाश
तलाश
1 min
275
दूरियों में थोड़ी ही सही नजदीकियां तलाश कर,
गर जिंदगी सर्द है, तो थोड़ी जिंदगी तलाश कर।
सफर कठिन हो और लौटना भी बस में ना हो,
तो कुछ देर ठहर जरा और कोई छांव तलाश कर।
हो अंदाज़ ऐसा कि अँधेरों भरी खुद की कहानी में भी
चिंगारियां उड़ाते रहो सीने में हवा तलाश कर।
ना जाने कितने सफहों में सिमटेगी अपनी दास्तां,
जो खुद को बयां करे वो एक सफहा तलाश कर ।
जो तुझे अब किसी का एतबार ना हो तो ए दोस्त
खुद बंदगी को कोई खुदा तलाश कर।
तुम मुझको झुकाओगे, जरा काम मुश्किल हैं,
जो आसानी चाहो तो कोई और सर तलाश कर।