STORYMIRROR

Ranjeeta Govekar

Others

3  

Ranjeeta Govekar

Others

तेरी यादों के सहारे...

तेरी यादों के सहारे...

1 min
270

तेरी यादों के सहारे....

सुकून देते हैं इस तरह से इस रूह को

जैसे तपिश से तपते रेगिस्तान में

एक बादल की छांव ठहर सी जाए 


झुके और कहे सिमटती रेत से 

जरा देर ठहरो यहीं पर... इसी पल...

जरा तेरी दर्द भरी तपन को

मैं अपने साए में सिमटू......

और कहे धूप से तू बरस मगर मुझ पर 


तेरा साया भी गमों को मैं छूने न दूंगा

भले बह भी जाऊँ मै बूंद बूंद बारिश बनकर।


Rate this content
Log in