सिर्फ तुम्हारा।
सिर्फ तुम्हारा।
तुमसे मोहब्बत की है, किस्मत यह हमारी है।
कुर्बान ये दिल और जान है, क्या शान तुम्हारी है।।
अदायें बड़ी दिलकश हैं, सूरत बड़ी प्यारी है।
जिस घड़ी तुम्हें न देखूँ, बदकिस्मती हमारी है।।
क्या नजराना पेश करूँ, सब कुछ तुम्हारा है।
यह दिल भी तुम्हारा है, यह जान भी तुम्हारी है।।
तुमने इस बुझते दीपक की, तक़दीर संवारी है।
एक बार नजर-करम कर दो, जिंदगानी तुम्हारी है।।
हम तेरी बेवफाई को, इल्जाम नहीं देते।
तुमने तो मेरे दिल में, एक उम्र गुजारी है।।
इस टूटे हुए दिल में, तस्वीर तेरी रखकर।
सौ आईने तोड़े हैं, फिर जाकर उतारी है।।
चाहूँगा तुझे हरदम, यह अब ज़िद हमारी है।
"नीरज" सिर्फ तुम्हारा है, तुम से ही यारी है।।