सात दिवस का सप्ताह
सात दिवस का सप्ताह
सप्ताह में होते दिन सात ,
सबका अपना -अपना महत्त्व होता है ,
सप्ताह सात दिनों से मिलकर बनता है ,
इनके संग ही जीवन सबका चलता है I
जो समय को न महत्त्व देता उनके लिए ,
कभी भी आठवां दिन फिर न आता ,
सात शब्द ही जीवन का सार है ,
इसके अनुसार ही चलता संसार है I
पहला दिवस सोम कहलाता है ,
भगवान शिव,चन्द्र देव का यह दिन
धर्म आस्था से इसका गहरा जुड़ाव है I
सोम के बाद दिन मंगलवार जब आता है ,
हनुमान जी का नाम ले डर मन का दूर हो जाता है ,
इस दिन कुछ शुभ तो कुछ अशुभ माना जाता है I
बुधवार जब आता है काम भी बढ़ जाता है ,
यह दिन गणपति की पूजा का कहलाता है ,
शुभ कार्य होते सुख समृधि घर आता है I
दिवस बृहस्पति विष्णु जी का वार होता है,
शुभ यात्रा कर हर दिन शुभ हो जाता है ,
रंग पीला इस दिन बहुत ही भाता है I
अब आता है दिवस पांचवा शुक्रवार,
सभी कामों के लिए शुभ दिन माना जाता है ,
माँ संतोषी का दिन कहलाता है I
शनिवार थक के हो गए अब तो चूर ,
बढ़ते कामों की परेशानियों से होते कुछ तो दूर ,
नया काम शुभ नहीं होता है ,
रविवार का इंतजार इस दिन रहता है I
अंतिम दिवस रविवार रवि का वार ,
कई लोग कहते इसको इतवार भी ,
आराम करते दिन भर मिटाता थकान भीI
