पैसे आवश्यकता से ज्यादा कमा लिए सुकून कितना है कुछ कह नहीं सकते पैसे आवश्यकता से ज्यादा कमा लिए सुकून कितना है कुछ कह नहीं सकते
मेरा अप्रेषित प्रेमपत्र कभी तो आप देख पाएं। मेरा अप्रेषित प्रेमपत्र कभी तो आप देख पाएं।
जवानी में सप्ताह अंत का, इंतज़ार रहता था, आजकल सप्ताह प्रारंभ का, इंतज़ार रहता है। जवानी में सप्ताह अंत का, इंतज़ार रहता था, आजकल सप्ताह प्रारंभ का, इंतज़ार रहता ह...
फिर कलम से कर ली थीं मैंने दोस्ती, दिल-ए-जज़्बात शब्दों में सजाने को। फिर कलम से कर ली थीं मैंने दोस्ती, दिल-ए-जज़्बात शब्दों में सजाने को।
सप्ताह में होते दिन सात , सबका अपना -अपना महत्त्व होता है। सप्ताह में होते दिन सात , सबका अपना -अपना महत्त्व होता है।
मुकम्मल हो रही है "मीन" एक अधूरी दास्तान तेरी कविता लिख जाने के बाद। मुकम्मल हो रही है "मीन" एक अधूरी दास्तान तेरी कविता लिख जाने के बाद।