मैं क्या ढूंढता हूं
मैं क्या ढूंढता हूं
इंसानों में वो प्रकार ढूंढता हूँ
बेईमानों में ईमानदार ढूंढता हूँ
जो कहते है कुछ गद्दार हैं
मैं उनके चेहरे पर निखार ढूंढता हूँ
अपना किया दूसरों पे थोप दे
उन प्रचारकों का प्रचार ढूंढता हूँ
जेब भरते शब्दों के ताल मेल से
ऐसे फनो में माहिर कलाकार ढूंढता हूँ
जरूरत को गैर जरूरत बताने वाले
चोगा पहने ऐसे अय्यार ढूंढता हूँ
इनके तर्क और फ़ोड़ने का आलम
मैं सर पटक के मर जाऊँ वो दीवार ढूंढता हूँ
ऐसे सड़े गले सोचो से बचे ये दुनिया
कही मिले मुझे ऐसा सलाहकार ढूंढता हूँ
मैं क्यूं ढूंढता हूँ, मैं क्या ढूंढता हूँ
मैं क्यूं अच्छे लोगों में ये दिमागी बीमार ढूंढता हूँ