खुद पर रख विश्वास
खुद पर रख विश्वास
कामयाबी के शिखर को छूते वही जिनके सपनों में उड़ान है
दृढ़ निश्चय और मेहनत से ही बनती यहांँ खुद की पहचान है
खुद पर रख विश्वास तू, बढ आगे और भर एक ऊंँची उड़ान
तुझे चलना पड़े तो चल उन्हीं राहों पर, जिनसे तू अनजान है
बन जाएंँगी राहें तेरी हमसफ़र, बस तू थोड़ी कोशिश तो कर
कर दृढ़ निश्चय तू फिर देख कोशिशें कैसे तुझ पे मेहरबान हैं
मत रख दिल पे बोझ कि क्या हासिल होगा तुझे बस कर्म कर
कोरे काग़ज़ पे लिख किस्मत अपनी तेरी लकीरों में भी जान है
मंजिल पर रख नज़र मुश्किलें तो कोशिश करेंगी तुझे हराने की
पर हार कर भी जो जीत जाए बाजीगर कहलाता वही इंसान है
संघर्षों के बिना बनती है कहाँ, कोई कहानी यहाँ कामयाबी की
तपना होगा तुझे भी गर आफताब सी चमक पाने का अरमान है
बिन बुलाए मेहमान की तरह आएंगी कई बाधाएं, तेरी राहों में
कोई रोक ना पायेगा तेरे कदमों को, गर इरादों में तेरे तूफ़ान है।