खिसकते रिश्ते
खिसकते रिश्ते
जो राह की ठोकर खाए
जिंदगी उसको सीख दे जाए
मिलते वक्त के साथी जब जेब भर जाए
मेहमानों की खातिर भी होती है जेब के अनुसार
करते हैं उसी तरह अतिथि सत्कार
जमाने की मत पूछो बात
दिल हो गया वाईफाई का तार
सोशल स्टेटस उपस्थित का बोर्ड लगाए
अपनों की जिंदगी से नदारद पाए
दोस्तों की फेसबुक लिस्ट बनाएं
जो दुख में कभी साथ ना आए
रिश्तेदारों की कमियां गिनाए
अपनी कमियां भूल जाए
सर्वगुण संपन्न कोई ना आए
जिंदगी यह उसको याद दिलाएं
दिखावा कोई काम ना आए
झूठी जिंदगी फटी जेब जैसी
रिश्ते पैसा आए ना ठहर पाए
दिखावा कोई काम ना आए
बिना स्वार्थ दिखावे के रिश्ते बनाएं
वह रिश्ते फटी जेब भी रफू कर जाए
जिंदगी सबको ये समझाए