खेल
खेल
तुमने कुछ दिन से हमें यूँ बातों में बहला दिया
यार तेरी बातों पे अपना समय हम्म खो गए
अपना कह के तुम मेरे रास्ते में कांटे वो गए
समझकर फूलों को हम उन काँटों पर ही सो गए
भीड़ में मेरे साथ रहना प्यार करना सह गए
अपना अपना कह के मुझको जख्म कुछ दे जो गए
अपना कह के तुम मेरे रास्ते में कांटे वो गए
समझ कर फूलों हम उन काँटों पर ही सो गए
सुन रहा था फिर से तुम घर पे हमारे आ रहे
आ के घर उन ज़ख्मों को तुम आँसुओं से धो गए
अपना कह के तुम मेरे रास्ते में कांटे वो गए
समझ कर फूलों हम उन काँटों पर ही सो गए
याद आयी फिर तेरी सोच मिलूं घर में तेरे
लोगों ने मुझको बताया वो किसी के हो गए
अपना कह के तुम मेरे रास्ते में कांटे वो गए
समझ कर फूलों को हम उन काँटों पर ही सो गए।
