इश्क जुदाई मेरी हो तुम
इश्क जुदाई मेरी हो तुम
इश्क जुदाई मेरी हो तुम
ख्वाब तमन्ना भी मेरी तुम
तुमसे मेरे दिल को राहत है
पाकिज़ा चाहत मेरी तुम
मेरी खुशी में तुम शामिल हो
दर्द मोहब्बत हो मेरी तुम
इश्क ख़ुदा की एक नेमत है
मर्ज़ मोहब्बत दिल मेरा तुम
शाम हसीन तुमसे होती है
रौनक महफ़िल की मेरी तुम
रात वहीं है याद सनम अब
बातें अधूरी दिल मेरा तुम
चाँद हसीन फीका कैसे है
शमा मेरे दिल की अब हो तुम
दिल प्यासा चाहत बिन तेरे
दिल की तमन्ना चाहत हो तुम
आज वही मंज़र तन्हा क्यों
साँस कभी धड़कन जिसकी तुम।।