STORYMIRROR

Pushp Lata

Others

2  

Pushp Lata

Others

गीत

गीत

1 min
298


एक नन्ही सी कली हूँ

बीच कांटों के पली हूँ


खेलती हूँ तितलियों सँग

नाचती हूँ फुनगियों सँग

बांहों में झूलूं हवा के ,

मैं पवन सी मनचली हूँ

​एक नन्हीं सी कली हूँ


मैं सुकोमल देह सी हूँ

प्रिय प्रकृति के नेह सी हूँ

तन समर्पित मन समर्पित

प्रीत के रंग में ढली हूँ

​एक नन्ही सी कली हूँ


ईश की महिमा अजब है

हर नियम उसका ग़जब है

हर गली हर मोड़ पर मैं ,

चील कौवों से छली हूँ ​​

एक नन्हीं सी कली हूँ​


खूब लड़ती आँधियों से

रोज़ डरती प्राणियों से

क्रूरता से नोच लेते,

सोचकर मैं अधखिली हूँ

​​एक नन्ही सी कली हूँ


हूँ बहुत मजबूर जग में

क्या करूँ अब क्रूर जग में

हार कर इस जिन्दगी से

छोड़ दुनिया को चली हूँ

​​एक नन्ही सी कली हूँ



Rate this content
Log in