STORYMIRROR

Shiv Kumar Gupta

Children Stories

4.5  

Shiv Kumar Gupta

Children Stories

गांव हमारा

गांव हमारा

1 min
302


सब से प्यारा गांव हमारा

जहां बीता बचपन सारा

खेल कूद कर जहां बड़े हुए है 

हर घर में था राज हमारा


सुबह उठकर रोज नहाते

स्कूल जाने से हम कतराते

हर रोज बहाना हम बनाते

मां के हाथ का थप्पड़ खाते


गांव में सब मिल जुलकर रहते

एक दूजे की मदद सब करते

शहर में तो है हाल बेहाल

सब रखते अपने काम से काम


गांव में है एक पर्वत ऊंचा

उस पे है माता का चबूतरा

शीतला अष्टमी को पूजन करते

माता का हम आशीष पाते


अद्भुत है बाबा की महिमा

शिवरात्रि का लगता मेला

किलेश्वर को करते है प्रणाम

निराला है महादेव का धाम


शिव का है ये रूप अनोखा

भैरव नाम से जाना जाता

दुख सबके ये दूर भगाए

जो भी इसको शीश नवाए


मन को मोह लेते है बिहारी

रा

घव संग मिथलेश कुमारी

गऊ के प्यारे है गोपाल

जय रघुनंदन जय घनश्याम


भक्त हनुमान से भक्ति पाओ

प्रभु श्री राम की महिमा गाओ

रघुनंदन के चरणों में विराजे

गूंज रहे है जय जयकारे


गांव की मिट्टी को नमन हमारा

टोरडा है जी गांव हमारा

दौसा जिले में ये पड़ता है

बारिश में अद्भुत नजारा


आया है मौसम सुहाना 

दरिया में कस्ती का बहाना

रेत के टीलों पर घूमने जाते

मिट्टी में खूब नहा के आते


भादो की अष्टमी है आई

मेला लगा है गांव में भाई

तरह तरह के खिलौने आते

बच्चों के मन को है भाते 


सब से प्यारा गांव हमारा

जहां बीता बचपन हमारा

जहां खेल कूद कर बड़े हुए है

घर घर में था राज हमारा। 



Rate this content
Log in