STORYMIRROR

Shruti Gupta

Others

4  

Shruti Gupta

Others

एक बेचारी है

एक बेचारी है

1 min
413

एक बेचारी है जिसके

जीवन में बहुत लाचारी है

भली भोली है, हाथों में

मुसीबतों की झोली है


न्याय-परायण, नेकी धर्म

दूजे को भी नेकी का पाठ

पर सौदा जब कठिनाई से हो

आवेग से कर लेती साँठ-गाँठ


तेज़ गति से भाग आती

एकांत की मद्धम आग में

फिर सही-गलत लाभ-हानि

उलझी रहती हिसाब में


और वक्त चालाक चुपके से

भागा चलता उससे भी आगे

गलतफहमी, द्वेष भाव, निराशा

ताक में रहते जब भी जागे


टकराव में टकरा-टकरा कर

टूट तो गई है थोड़ा

दूर खड़े पत्थर पड़े या

खुद भिड़ी मुंह ना मोड़ा


असहमत है अधिकतर

घृणा करती है आबादी

असमंजस में है बेचारी है

पीड़ित है या अपराधी ।


Rate this content
Log in