ईमान सियासी कहाँ छिपेगा जर्जर पर्दे झीने में चुपके चुपके दिल रोया है आग बहुत है सीने में ! ईमान सियासी कहाँ छिपेगा जर्जर पर्दे झीने में चुपके चुपके दिल रोया है आग बहुत ...
जो तुम्हारे साथ में है, क्या वो अवसाद में है ? जो तुम्हारे साथ में है, क्या वो अवसाद में है ?
कि जवानी में उसे अपने माँ बाप का खाना ना पड़े। कि जवानी में उसे अपने माँ बाप का खाना ना पड़े।
सब कुछ पा कर भी पाया कुछ नहीं सब कुछ देकर भी तू लाया कुछ नहीं। सब कुछ पा कर भी पाया कुछ नहीं सब कुछ देकर भी तू लाया कुछ नहीं।