भजन ( नाम में क्या रखा बंदे)
भजन ( नाम में क्या रखा बंदे)
कोई कहे अल्लाह, ते कोई कहे राम तू
नाम में क्या रखा बंदे, जप कोई नाम तू
कोई पढ़े गीता, बाइबल, रामायण क़ुरान नू
चाहे पढ़े सुबह ते, चाहे पढ़े शाम नू
बिगड़ी बनेगी तेरी, कर नेक काम तू
नाम में क्या रखा बंदे, जप कोई नाम तू
उस दी रज़ा थी जो, बनाया इंसान नू
दीन और ईमान से, सजाया इस जहां नू
बंदेया बनाया तूने, जंग दा मैदान कियूं
नाम में क्या रखा बंदे, जप कोई नाम तू
बिगड़ी बनेगी तेरी, कर नेक काम तू
नाम में क्या रखा बंदे, जप कोई नाम तू
जग दे ये मेले तेरे, कम नहीं आनगे
चार बंदे ले के तेनू, कल्ला छड आनगे
कर्मा दे लेखयां दा, देना है हिसाब तू
नाम में क्या रखा बंदे, जप कोई नाम तू
बिगड़ी बनेगी तेरी, कर नेक काम तू
नाम में क्या रखा बंदे, जप कोई नाम तू
कोई कहे अल्लाह, ते कोई कहे राम तू
नाम में क्या रखा बंदे जप कोई नाम तू।
