अधूरी आज़ादी
अधूरी आज़ादी
सात दशक से ऊपर बीते
आज़ादी अभी अधूरी है
मैं हिन्दी हूँ देश की चौखट पर
अंग्रेज़ी की होती जी हुज़ूरी है
सितंबर में प्रतिवर्ष मुझको
नव वधू बनाया जाता है
संपूर्ण शृंगार मेरा करके
सिंहासन पर बिठाया जाता है
भुला दी जाती हूँ मैं फिर
कार्यालय से निष्कासित होती
अंग्रेज़ी हँसती और मुसकुराती
अपने पद पर स्थापित होती
घर में मुझसे प्यार जो करते
सबके सामने मुझसे कतराते हैं
मेरे अपने मुझको अपनाने में
सहज न खुद को पाते हैं
अंग्रेज़ी में वार्तालाप से
कद उनका बढ़ जाता है
उनकी ऐसी मानसिकता पर
तरस मुझे अब आता है
इंतजार कर रही हूँ मैं
अपने घर में मुझे स्थान मिले
अंग्रेज़ी की ग़ुलामी ख़त्म कर
देश में मुझे सम्मान मिले