आया मौसम फागुन का
आया मौसम फागुन का
मन मेरा झूम रहा होकर बावरा आया होली का त्यौहार है
इस फागुन के मौसम में रंग तो सौहार्द प्रेम का उपहार है
क्रोध द्वेष सारे भूलकर आज सब मिलने को तैयार हैं
अंग अंग है झूम रहा बढ़ गया मेल मिलाप और प्यार है
खिल गई सारी कलियाँ आज जीवन भी मुस्काया
पक्षी भी चहक रहे देखो फागुन का मौसम आया है
होली के सुंदर रंगों में रंग गया आज पूरा संसार है
मस्त हवा भी डोल रही खुश हो गए मन के तार हैं
प्रकृति ने सज धज कर अपना रूप अद्भुत निखारा है
रंग से अंग अंग भरे आज मन मोरा हुआ मतवारा है
उपवन में रंग बिरंगे फूल खिल गए आया फागुन मास है
सुरभित कर दे जीवन सबका आया होली का त्योहार है
